हरियाणा : हरियाणा पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े एक बड़े जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए नूंह जिले से ‘तरिफ’ नामक युवक को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी राज्य में सक्रिय संदिग्ध जासूसों की कड़ी में दूसरी बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है, जिससे पूरे मामले ने राष्ट्रीय सुरक्षा का गंभीर मुद्दा उठा दिया है।
क्या है ‘तरिफ’ की भूमिका?
तरिफ, नूंह जिले का निवासी है और पिछले कुछ समय से सीमावर्ती क्षेत्रों और सैन्य गतिविधियों से जुड़ी सूचनाओं को इकट्ठा कर सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड ऐप्स के जरिए पाकिस्तान को भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि तरिफ व्हाट्सएप और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म्स के जरिए पाकिस्तान के एजेंटों से जुड़ा था। इसके साथ ही उसे स्थानीय सैन्य मूवमेंट, संवेदनशील इमारतों की तस्वीरें और अन्य रणनीतिक जानकारियाँ भेजने का जिम्मा दिया गया था। प्रारंभिक पूछताछ में वो कई कोड वर्ड्स और ट्रांजेक्शन मॉड्यूल्स की जानकारी दे चुका है।
इससे पहले यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा भी हो चुकी है गिरफ्तार
इससे ठीक पहले, हिसार से यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को भी इसी नेटवर्क से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। ज्योति पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के साथ संवाद और संवेदनशील जानकारी साझा करने का आरोप है।
हरियाणा पुलिस ने बताया कि यह नेटवर्क आम नागरिकों और सोशल मीडिया प्रभावितों के जरिए काम करता है, जो देश विरोधी एजेंटों से प्रभावित होकर अथवा लालच में जानकारी लीक करते हैं।
सोशल मीडिया: आधुनिक जासूसी का नया हथियार
इस केस में एक बार फिर सोशल मीडिया की भूमिका पर सवाल खड़े हुए हैं। पाकिस्तानी एजेंसियां फर्जी प्रोफाइल बनाकर या “हनी ट्रैप” जैसी तकनीकों का इस्तेमाल कर भारतीय नागरिकों को फंसा रही हैं। ऐसे मामलों में आम लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, खासकर उन क्षेत्रों में जो सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील माने जाते हैं।
सरकार और एजेंसियों की अपील
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संदिग्ध विदेशी संपर्कों की जानकारी तुरंत नजदीकी थाने या साइबर सेल को दें।
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सोशल मीडिया पर अज्ञात व्यक्तियों के साथ व्यक्तिगत या संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचें।
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राष्ट्रविरोधी गतिविधियों की सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।