नई दिल्ली । PM नरेंद्र मोदी आज तीन दिवसीय अफ्रीकी दौरे के तहत नामीबिया पहुंचे। यह दौरा इसलिए भी खास माना जा रहा है क्योंकि 27 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री नामीबिया की यात्रा पर पहुंचे हैं। इस यात्रा को भारत और नामीबिया के बीच बढ़ते रणनीतिक और व्यापारिक संबंधों के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है।
भारत-नामीबिया संबंधों की नई दिशा
यह वही देश है जहां से सितंबर 2022 में भारत में चीते लाए गए थे, और कूनो नेशनल पार्क (MP) में बसाए गए थे। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा वन्यजीव संरक्षण, पर्यावरणीय सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की दिशा में एक मजबूत संकेत है।
समुद्री हीरे: व्यापारिक सहयोग की नई उम्मीद
सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी और नामीबियाई राष्ट्रपति हागे गेनगोब के बीच समुद्री हीरों के व्यापार, खनन तकनीक और जमीन के नीचे समुद्री संपदा के दोहन पर बातचीत हो सकती है। भारत की हीरा काटने-घिसाई इंडस्ट्री के लिए यह साझेदारी बेहद अहम मानी जा रही है।
राजनयिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
1998 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नामीबिया यात्रा की थी। पीएम मोदी की यह यात्रा भारत की ‘ग्लोबल साउथ’ नीति और अफ्रीकी देशों के साथ व्यापक सहयोग के एजेंडे का हिस्सा है।
अन्य संभावित समझौते
-
ऊर्जा क्षेत्र में साझेदारी
-
डिजिटल इंडिया के तहत IT सहयोग
-
डिफेंस और हेल्थ सेक्टर में तकनीकी मदद
-
शिक्षा और स्कॉलरशिप प्रोग्राम्स पर समझौते