Pioneer digital desk
नई दिल्ली- “देशभर में मानसून के असर से कई राज्यों में भारी बारिश(Rain) और आपदा जैसी स्थिति बनने लगी है।” बिहार, हिमाचल, मध्य प्रदेश और राजस्थान सहित कई राज्यों में भारी बारिश, बिजली गिरने और भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। मौसम विभाग ने सोमवार को 31 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में बारिश की चेतावनी जारी की है। उत्तराखंड, झारखंड और पूर्वोत्तर राज्यों के लिए रेड अलर्ट घोषित किया गया है, जबकि मध्य प्रदेश, राजस्थान, केरल, छत्तीसगढ़ सहित 12 राज्यों में ऑरेंज अलर्ट लागू है।
बिहार: आकाशीय बिजली से 5 मौतें, वाटरफॉल में बहे लोग
बिहार के भोजपुर, बक्सर और नालंदा जिलों में रविवार को आकाशीय बिजली गिरने से पांच लोगों की जान चली गई। मृतकों में एक नाबालिग भी शामिल है। वहीं, गया के इमामगंज स्थित लगुराही वाटरफॉल में अचानक पानी का बहाव बढ़ने से 6 लड़कियां बह गईं। स्थानीय लोगों की सतर्कता और साहस से सभी को समय रहते सुरक्षित निकाल लिया गया।
पटना समेत पूरे बिहार में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। मौसम विभाग ने सभी 38 जिलों में सोमवार को भारी बारिश की चेतावनी दी है। राजधानी पटना और आसपास के इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। अगले 48 घंटों में अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री की गिरावट की संभावना जताई गई है।
हिमाचल प्रदेश: लैंडस्लाइड से टनल में फंसी गाड़ियां, 20 मौतें
हिमाचल के मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग पर थलौट के पास सोमवार सुबह बड़ा भूस्खलन हुआ। टनल के भीतर कई वाहन फंस गए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। 20 जून के बाद से अब तक हिमाचल में बारिश संबंधी घटनाओं में 20 लोगों की जान जा चुकी है। पिछले 24 घंटे में तीन नई मौतें दर्ज की गई हैं।
ब्यास और जूनी नदियां उफान पर हैं। मंडी, कुल्लू, चंबा और किन्नौर जिलों में स्कूलों को एहतियातन बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी है।
राजस्थान: मानसून पूरे राज्य में पहुंचा, 4 की मौत
राजस्थान में मानसून रविवार को पूरे राज्य को कवर करते हुए पाकिस्तान की सीमा तक पहुंच गया। रविवार को 24 जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई। सिरोही के कालिंद्री थाना क्षेत्र में एक कार नाले में बह गई। ग्रामीणों ने रस्सी के सहारे ड्राइवर को बचा लिया, लेकिन अन्य घटनाओं में बिजली गिरने और डूबने से चार लोगों की मौत हो गई।
राज्य के 27 जिलों में सोमवार को भी बारिश का अलर्ट है। जलभराव, बिजली गिरने और सड़क दुर्घटनाओं की घटनाओं की आशंका को देखते हुए प्रशासन सतर्क है।
मध्य प्रदेश: 20 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मध्य प्रदेश में मानसून के सक्रिय होते ही प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में झमाझम बारिश हो रही है। रविवार को 25 जिलों में तेज बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने सोमवार को 20 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। 24 घंटे में कुछ जिलों में 4.5 इंच तक बारिश हो सकती है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और रीवा संभाग में अगले 2 दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
उत्तर भारत: दिल्ली-NCR, हरियाणा, पंजाब में ऑरेंज अलर्ट
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में सोमवार को तेज बारिश की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग ने इन राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। हरियाणा में अब तक सामान्य से 24% अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। 29 जून तक यहां 62 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य औसत 50 मिमी होता है।
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा फिर से शुरू
भारी बारिश के कारण रोकी गई चारधाम यात्रा को सोमवार को फिर से शुरू कर दिया गया है। गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने जानकारी दी कि जिलाधिकारियों को मौसम की स्थिति के अनुसार वाहनों को रोकने या अनुमति देने के निर्देश दिए गए हैं। यात्रियों से भी अपील की गई है कि वे मौसम अपडेट पर नजर बनाए रखें।
पूर्वोत्तर भारत: असम-मेघालय में रेड अलर्ट, बाढ़-भूस्खलन की आशंका
असम, मेघालय, सिक्किम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में अत्यधिक बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। मेघालय में भूस्खलन की आशंका है जबकि असम के कुछ जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। प्रशासन ने राहत शिविर तैयार करने और निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की तैयारी शुरू कर दी है।
दक्षिण भारत: केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु में ऑरेंज अलर्ट
केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे तटीय राज्यों में भी बारिश का दौर जारी है। केरल के त्रिशूर, मलप्पुरम और कोझिकोड जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। बिजली गिरने और लैंडस्लाइड जैसी घटनाओं से बचने के लिए प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है।
देशभर में बारिश का ट्रेंड: मौसम विभाग का अनुमान
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, 1 जुलाई को पूरे देश में मानसून की सक्रियता बनी रहेगी। 31 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में बारिश दर्ज की जा सकती है। जहां कुछ राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, वहीं अन्य राज्यों में ऑरेंज और यलो अलर्ट लागू हैं।