संगारेड्डी के सिगाची इंडस्ट्रीज में रिएक्टर यूनिट में धमाका, मजदूरों के 100 मीटर दूर तक उछलने की खबर; पीएम मोदी ने मृतकों के परिवारों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की सहायता का ऐलान किया।
तेलंगाना : संगारेड्डी जिले के पाशमिलारम इंडस्ट्रियल एरिया स्थित सिगाची इंडस्ट्रीज लिमिटेड में हुए भीषण Chemical factory blast में अब तक 34 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। फैक्ट्री के मलबे से 31 शव बरामद किए गए हैं, जबकि 3 लोगों की मौत अस्पताल में हुई। हादसे में 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें कई की हालत गंभीर बनी हुई है।
यह घटना सोमवार सुबह करीब 8:15 से 9:30 बजे के बीच घटी, जब फैक्ट्री की रिएक्टर यूनिट में विस्फोट हुआ। मौके पर मौजूद मजदूरों और चश्मदीदों के अनुसार, धमाका इतना भीषण था कि वहां काम कर रहे मजदूर 100 मीटर तक हवा में उछलकर गिरे। विस्फोट से रिएक्टर यूनिट पूरी तरह से तबाह हो चुकी है।
SP संगारेड्डी का बयान
जिले के SP परितोष पंकज ने मीडिया को बताया कि अब तक 34 मौतों की पुष्टि हो चुकी है और राहत-बचाव कार्य लगातार जारी है। मलबे में अभी भी कई लोग फंसे होने की आशंका है, इसलिए मौतों का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
पीड़ितों में ज़्यादातर प्रवासी मजदूर
फैक्ट्री में काम करने वाले अधिकतर मजदूर उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल से आए थे। एक शिफ्ट में औसतन 60 मजदूर और 40 स्टाफ सदस्य काम करते थे। घटना के समय अधिकतर कर्मचारी सुबह की शिफ्ट में थे, और मोबाइल अंदर जमा करवा दिए जाते हैं, जिससे परिजनों को जानकारी मिलने में देर हुई।
प्रधानमंत्री की संवेदना और सहायता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
तमिलनाडु में भी धमाका
इसी दिन तमिलनाडु के शिवकाशी स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में भी धमाका हुआ, जिसमें 5 लोगों की मौत और 4 गंभीर रूप से घायल हो गए। धमाके का कारण फैक्ट्री में बारूद के असुरक्षित भंडारण को बताया जा रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों की आपबीत
एक मजदूर ने बताया कि वह रात की शिफ्ट पूरी करके बाहर निकल रहा था तभी धमाका हुआ। सुबह की शिफ्ट के सभी लोग अंदर थे, और कई के अब तक कोई समाचार नहीं मिल पाया है। वहीं एक महिला ने बताया कि उसके बेटे, दामाद, जेठ और देवर चारों फैक्ट्री में काम करते हैं, जिनमें से तीन लोग सुबह की शिफ्ट में थे।
सरकारी प्रतिक्रिया और जांच:
राज्य सरकार ने इस हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों के उल्लंघन की आशंका जताई जा रही है। फोरेंसिक टीम और NDRF की टीमें मौके पर मौजूद हैं और हादसे के कारणों की बारीकी से जांच कर रही हैं।