गाजीपुर – मेघालय में इंदौर निवासी Raja Raghuvanshi की हत्या के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि राजा की पत्नी सोनम ही इस पूरे हत्याकांड की साजिशकर्ता थी। मेघालय पुलिस और मध्य प्रदेश पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में तीन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में सरेंडर कर दिया है।

आत्मसमर्पण के बाद बड़ा खुलासा
मामले की जानकारी के अनुसार, सोनम ने गाजीपुर में अपने घर खुद फोन करके पुलिस को अपनी लोकेशन दी, जिसके बाद उसे स्थानीय पुलिस ने हिरासत में लिया। फिलहाल इंदौर पुलिस गाजीपुर पहुंच चुकी है और सोनम को कस्टडी में लेकर आगे की पूछताछ शुरू कर दी गई है।
सूत्रों के अनुसार, सोनम ने पूरी साजिश रचकर अपने पति की हत्या करवाई थी। इस योजना में उसके साथ तीन अन्य लोग शामिल थे, जिन्हें मेघालय पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एक अन्य हमलावर अब भी फरार है और उसकी तलाश में अभियान जारी है।
मुख्यमंत्री और डीजीपी का बयान
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने इस मामले में ट्वीट कर मेघालय पुलिस की सराहना की। उन्होंने लिखा, “इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड में हमारी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। तीन हमलावरों की गिरफ्तारी हो चुकी है और महिला ने आत्मसमर्पण कर दिया है। एक आरोपी अब भी फरार है।”
वहीं, मेघालय पुलिस के डीजीपी आई नोंगरांग ने बताया कि, “हत्या की इस साजिश में कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें मृतक की पत्नी भी शामिल है, जो इस पूरे मामले की मास्टरमाइंड थी।”
हनीमून के नाम पर मौत का प्लान
Raja Raghuvanshi और सोनम एक हनीमून ट्रिप पर मेघालय पहुंचे थे। 23 मई को दोनों सोहरा इलाके से लापता हो गए थे। कई दिन की तलाश के बाद 2 जून को राजा का शव एक खड्ड में मिला, जबकि सोनम का कोई पता नहीं चल पा रहा था। शुरू में यह मामला एक सामान्य लापता जोड़े का प्रतीत हो रहा था, लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, हत्याकांड का रहस्य सामने आता गया।
चश्मदीद की गवाही बनी सुराग
इस मामले में अहम मोड़ तब आया जब एक स्थानीय पर्यटक गाइड अल्बर्ट पीडी ने पुलिस को बयान दिया। गाइड के अनुसार, 23 मई की सुबह करीब 10 बजे उसने राजा-सोनम को तीन अन्य पुरुषों के साथ नोंग्रियात से मावलखियात तक चढ़ते हुए देखा था। गाइड ने बताया कि वह इन दोनों को पहचानता था क्योंकि एक दिन पहले उसने उन्हें अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने किसी और गाइड को चुन लिया था।
गाइड ने आगे बताया कि तीनों पुरुष लगातार महिला से बातचीत कर रहे थे और चारों हिंदी में बात कर रहे थे। हालांकि वह खुद खासी और अंग्रेजी जानता है, इसलिए वह बातचीत का विवरण नहीं समझ सका। गाइड की इस गवाही के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेना शुरू किया और मोबाइल लोकेशन ट्रेसिंग तथा सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपियों की पहचान की।
हत्या के पीछे की वजह
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सोनम और राजा के बीच पिछले कुछ महीनों से रिश्तों में खटास थी। हालांकि इस बारे में खुलकर कोई जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है। सोनम के आत्मसमर्पण के बाद पुलिस उससे पूछताछ कर रही है कि उसने यह कदम क्यों उठाया।
जांच अधिकारी यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या इस हत्या के पीछे पैसों का लालच, प्रेम-प्रसंग या कोई पारिवारिक विवाद था। मोबाइल चैट्स और कॉल रिकॉर्ड्स को खंगाला जा रहा है ताकि हत्या की मंशा का पूरा सच उजागर किया जा सके।
तीन हमलावर मध्य प्रदेश से
इस हत्याकांड में जो तीन आरोपी पकड़े गए हैं, वे सभी मध्य प्रदेश के निवासी हैं। इनकी पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है। इन तीनों ने मिलकर राजा की हत्या की थी और फिर शव को खड्ड में फेंक दिया गया था ताकि घटना को दुर्घटना का रूप दिया जा सके।
आगे की कार्रवाई
फिलहाल सोनम को यूपी पुलिस की निगरानी में रखा गया है और इंदौर पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर मेघालय लाने की तैयारी कर रही है। पुलिस सभी गिरफ्तार आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करेगी ताकि साजिश की हर परत को उजागर किया जा सके।
यह हत्याकांड न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे भरोसे का रिश्ता घातक साजिश में बदल सकता है। मेघालय पुलिस की तत्परता और गाइड की सतर्कता के चलते इस जघन्य हत्याकांड का राज़ सामने आया।