मुंबई | Mumbai में शिवसेना के एक विधायक का कैंटीन कर्मचारी के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। घटना विधानसभा परिसर के कैंटीन की है, जहां विधायक ने कथित तौर पर खराब खाने की शिकायत को लेकर एक कर्मचारी को थप्पड़ मारा और धक्का दिया।
क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, शिवसेना के विधायक ने लंच ब्रेक के दौरान कैंटीन में भोजन किया। उन्हें खाने की गुणवत्ता बेहद खराब लगी, जिसके बाद उन्होंने कैंटीन स्टाफ से बहस शुरू कर दी। बहस इतनी बढ़ गई कि विधायक ने कर्मचारी को सार्वजनिक रूप से पीटना शुरू कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वहां मौजूद अन्य लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया।
विधायक का बयान: “कोई पछतावा नहीं”
इस घटना पर जब मीडिया ने विधायक से सवाल किया, तो उन्होंने कहा:
“अगर कोई जनता के पैसे से मिलने वाले खाने में इस तरह की लापरवाही करेगा, तो यह बर्दाश्त नहीं होगा। मुझे कोई पछतावा नहीं है।“
उनके इस बयान ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
विपक्षी दलों ने विधायक के व्यवहार को “तानाशाही मानसिकता” बताया है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष से मांग की है कि विधायक के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।
कांग्रेस नेता ने कहा,
“एक जनप्रतिनिधि से यह उम्मीद नहीं की जाती कि वह मारपीट करे। अगर कोई शिकायत है तो संवैधानिक तरीका अपनाया जाना चाहिए।”
कर्मचारी की प्रतिक्रिया और शिकायत
पीड़ित कर्मचारी का कहना है कि वह 8 वर्षों से कैंटीन में काम कर रहा है, और इस तरह की घटना पहली बार हुई है। उसने विधानसभा प्रशासन और पुलिस में लिखित शिकायत दी है। मामला अब जांच के अधीन है।
प्रमुख बिंदु संक्षेप में:
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कैंटीन कर्मचारी से शिवसेना विधायक ने की मारपीट
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खराब खाने की गुणवत्ता पर हुई बहस
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विधायक ने कहा – “कोई पछतावा नहीं”
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विपक्ष ने की कार्रवाई की मांग
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पीड़ित कर्मचारी ने की शिकायत दर्ज