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देशभर में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है और अब इसका प्रभाव हर क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। जुलाई की शुरुआत ही भारी बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड के खतरों के साथ हुई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि जुलाई महीने में सामान्य से ज्यादा वर्षा की संभावना है। खासकर मध्य भारत, उत्तर भारत और पहाड़ी राज्यों में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
हिमाचल प्रदेश: मंडी में बादल फटने से तबाही
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सोमवार रात को 4 अलग-अलग जगहों पर बादल फटा, जिससे भारी नुकसान हुआ है। बाढ़ और भूस्खलन की वजह से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और 10 लोग लापता हैं। SDRF और स्थानीय प्रशासन की टीमें लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। अभी तक 13 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है, जबकि 20 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
प्रशासन ने हालात को देखते हुए मंडी जिले के सभी स्कूल-कॉलेजों को मंगलवार के लिए बंद कर दिया है। ब्यास नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है और आसपास के इलाकों में भूस्खलन की कई घटनाएं सामने आई हैं।
उत्तराखंड: लैंडस्लाइड से बंद हुए प्रमुख यात्रा मार्ग
उत्तराखंड में भी बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। कोटद्वार-बद्रीनाथ मार्ग पर सतपुली के पास भारी भूस्खलन हुआ, जिससे पौड़ी-मेरठ नेशनल हाईवे बंद हो गया है। वहीं, उत्तरकाशी में यमुनोत्री हाईवे मलबे और सड़क धंसने के कारण बंद हो गया है।
गोपेश्वर-मंडल-चोपटा मार्ग पर पेड़ गिरने से रास्ता पूरी तरह बाधित है। गंगोत्री धाम का रास्ता हालांकि अभी सुचारू रूप से चालू है, लेकिन प्रशासन ने सभी यात्रियों से सतर्क रहने की अपील की है। राज्य के सभी 13 जिलों में आज भी भारी बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तर प्रदेश: प्रयागराज में बाढ़ का खतरा मंडराया
प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। यमुना का पानी अरैल घाट की सीढ़ियों तक पहुंच चुका है, जिससे घाट की छतरियां पानी में डूब गई हैं। जिला प्रशासन ने ‘फ्लड रिस्पॉन्स टीम’ का गठन किया है और नदी किनारे बाढ़ चौकियां स्थापित कर दी गई हैं।
प्रशिक्षण के तहत प्रशासनिक अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों ने मॉक ड्रिल भी की है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
बिहार: पटना समेत 38 जिलों में बारिश का अलर्ट
बिहार में मानसून पूरी तरह सक्रिय है और अगले एक सप्ताह तक लगातार बारिश की चेतावनी दी गई है। सोमवार को सीवान में 115.4 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सबसे अधिक रही। राजधानी पटना में देर रात हुई भारी बारिश के कारण रेलवे स्टेशन के बाहर जलभराव की स्थिति बन गई है।
मौसम विभाग ने 16 जिलों के लिए विशेष चेतावनी जारी की है। इनमें से 13 जिलों में ऑरेंज और 3 जिलों में येलो अलर्ट है। बक्सर और नालंदा में बिजली गिरने की घटनाओं में दो लोगों की जान भी गई है।
मध्य प्रदेश: भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में भारी बारिश
मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। छतरपुर, बुरहानपुर और रायसेन में तेज बारिश के बाद जलस्तर बढ़ गया है। जटाशंकर धाम जैसे धार्मिक स्थल पर भी तेज बारिश के कारण झरनों में पानी का बहाव बहुत तेज हो गया है।
मौसम विभाग ने भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, नर्मदापुरम और सागर संभाग के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। यहां अगले 24 घंटे में 4.5 से 8 इंच तक बारिश की संभावना है।
राजस्थान: 136% ज्यादा बारिश, बिजली गिरने से 4 की मौत
राजस्थान में मानसून सीजन में इस बार अब तक 136% अधिक बारिश दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटे में उदयपुर, सीकर, कोटा और भरतपुर समेत कई जिलों में अच्छी बारिश हुई। सिरोही में पानी के बहाव में एक कार बह गई जबकि बिजली गिरने और डूबने की घटनाओं में 4 लोगों की मौत हुई है।
आज भी 29 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट है, जबकि 2 जुलाई से एक नया मौसम सिस्टम एक्टिव हो सकता है जो पूरे प्रदेश में बारिश बढ़ा देगा।
हरियाणा और पंजाब में भी भारी बारिश का असर
हरियाणा के रेवाड़ी में मंगलवार सुबह हुई भारी बारिश के कारण सरकारी अस्पताल और शहर की मुख्य सड़कों पर पानी भर गया। झज्जर, पानीपत, जींद और सोनीपत में भी सुबह से तेज बारिश हो रही है।
पंजाब के हिमाचल सीमा से सटे 9 जिलों में आज बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। जून में यहां सामान्य से 28% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी अलर्ट
झारखंड के रांची, गुमला, सिमडेगा और पूर्वी-पश्चिमी सिंहभूम जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं छत्तीसगढ़ में रायपुर, धमतरी समेत 15 जिलों में बिजली गिरने और 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। अगले 5 दिनों तक लगातार गरज-चमक और बारिश की स्थिति बनी रहेगी।
पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में भी तेज बारिश का अनुमान
पूर्वोत्तर राज्यों असम, मेघालय और सिक्किम में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति बन सकती है। मेघालय में लैंडस्लाइड की आशंका है। मौसम विभाग ने यहां रेड अलर्ट जारी किया है।
दक्षिण भारत में केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और तेलंगाना में भी भारी बारिश की संभावना है। खासकर केरल के त्रिशूर, कोझिकोड और मलप्पुरम जिलों में बहुत भारी वर्षा हो सकती है।