पटना | बिहार में विधानसभा चुनावों से पहले चुनाव आयोग द्वारा शुरू किए गए Voter Verification अभियान के खिलाफ महागठबंधन ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध के तहत आज पूरे राज्य में ‘बिहार बंद’ का ऐलान किया गया, जिसका व्यापक असर देखा गया। कांग्रेस, राजद और लेफ्ट दलों के कार्यकर्ताओं ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में रेल रोको और सड़क जाम आंदोलन किया।
प्रदर्शन का नेतृत्व राहुल गांधी ने किया
महागठबंधन के इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने की। राहुल गांधी आज पटना पहुंचे, जहां उनके साथ तेजस्वी यादव, पप्पू यादव और भाकपा माले नेता दीपांकर भट्टाचार्य भी मौजूद रहे। ये सभी नेता एक खुली गाड़ी पर सवार होकर चुनाव आयोग कार्यालय की ओर मार्च निकाले।
राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा:
“मैं बिहार और देश की जनता को बताना चाहता हूं कि महाराष्ट्र में चुनाव चोरी हुआ था। अब बिहार में भी वही मॉडल लागू किया जा रहा है। चुनाव आयोग बीजेपी और RSS के नेताओं जैसा व्यवहार कर रहा है। हम ऐसा नहीं होने देंगे।“
7 शहरों में ट्रेनें रोकी गईं, हाईवे जाम
महागठबंधन कार्यकर्ताओं ने पटना, गया, दरभंगा, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, सासाराम और आरा में ट्रेनों को रोका। कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने नेशनल हाईवे को भी जाम कर दिया, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस ने एहतियातन कई जगहों पर बैरिकेडिंग की थी और सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई गई थी।
तेजस्वी यादव का तीखा हमला
राजद नेता तेजस्वी यादव ने वोटर वेरिफिकेशन प्रक्रिया को लेकर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा:
“अब दो गुजराती तय करेंगे कि कौन बिहारी वोट देगा और कौन नहीं देगा? यह संविधान के खिलाफ साजिश है। मतदाता सूची से नाम हटाना लोकतंत्र की हत्या है।“
तेजस्वी ने केंद्र सरकार पर जातीय जनगणना की रिपोर्ट छिपाने और बिहार में सियासी हस्तक्षेप करने का भी आरोप लगाया।
सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई
महागठबंधन नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, जहां 10 जुलाई को वोटर वेरिफिकेशन प्रक्रिया पर सुनवाई होगी। कांग्रेस के अनुसार, आयोग ने नियमों की अनदेखी कर लाखों लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाने की तैयारी की है।
बीजेपी ने किया पलटवार
बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर ने महागठबंधन के बंद को ‘राजनीतिक नौटंकी’ बताते हुए कहा:
“आज ये लोग शहाबुद्दीन अमर रहें के नारे लगाते हैं, और संविधान की रक्षा की बात करते हैं? तेजस्वी यादव के साथ जनता नहीं है, इसका जवाब उन्हें चुनाव में मिलेगा।“
बीजेपी ने साफ किया है कि वोटर वेरिफिकेशन एक नियमित प्रक्रिया है, जिसका मकसद मतदाता सूची को दुरुस्त करना है। पार्टी ने महागठबंधन पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया।
राजनीतिक विश्लेषण
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, बिहार में ये टकराव 2025 के विधानसभा चुनावों की गंभीर राजनीतिक पृष्ठभूमि को दर्शाता है। एक ओर महागठबंधन मतदाता सूची में ‘साज़िशन बदलाव’ का आरोप लगा रहा है, वहीं बीजेपी इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बता रही है।
जनता की प्रतिक्रिया
बिहार बंद को लेकर आम जनता में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। कई स्थानों पर लोग महंगाई, बेरोजगारी और बिजली-पानी की समस्याओं से जुड़े नारों के साथ महागठबंधन के समर्थन में दिखे, वहीं कुछ इलाकों में आम लोग इस बंद से परेशान भी नजर आए।