बेंगलुरु, 10 अगस्त – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बेंगलुरु के ऐतिहासिक दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने एक साथ कई अहम बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस मौके पर तीन नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई गई, बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन का उद्घाटन हुआ और मेट्रो फेज-3 परियोजना की आधारशिला रखी गई।
यह दौरा न केवल बेंगलुरु के शहरी और क्षेत्रीय परिवहन नेटवर्क को मजबूत करेगा, बल्कि यातायात दबाव को कम करने, यात्रा समय घटाने और यात्रियों को विश्वस्तरीय यात्रा अनुभव प्रदान करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
तीन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का उद्घाटन
सुबह प्रधानमंत्री मोदी ने बेंगलुरु के केएसआर रेलवे स्टेशन से तीन नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इन नई ट्रेनों में शामिल हैं:
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बेंगलुरु से बेलगावी वंदे भारत एक्सप्रेस – कर्नाटक के दो प्रमुख शहरों के बीच तेज और आरामदायक यात्रा का नया विकल्प।
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अमृतसर से श्री माता वैष्णो देवी कटरा वंदे भारत एक्सप्रेस – पंजाब और जम्मू-कश्मीर के बीच धार्मिक और पर्यटन यातायात को बढ़ावा देने वाली ट्रेन।
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नागपुर (अजनी) से पुणे वंदे भारत एक्सप्रेस – महाराष्ट्र के औद्योगिक और आईटी हब शहरों के बीच तेज कनेक्टिविटी।
इन हाई-स्पीड ट्रेनों के संचालन से यात्रियों का समय बचेगा, बेहतर सुरक्षा और आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें सेमी-हाईस्पीड हैं, जिनमें बेहतर सीटिंग, ऑनबोर्ड इंफोटेनमेंट, ऑटोमैटिक दरवाजे और आरामदायक इंटीरियर जैसी सुविधाएं दी गई हैं।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, इन ट्रेनों के शुरू होने से न केवल अंतर-शहरी कनेक्टिविटी बढ़ेगी, बल्कि पर्यटन और व्यापारिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी।
बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन का उद्घाटन
वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन का उद्घाटन किया।
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लंबाई: 19 किलोमीटर से अधिक
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स्टेशनों की संख्या: 16
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विशेषताएं: यह लाइन शहर के उत्तर और दक्षिण हिस्सों को सीधे जोड़ेगी, जिससे हजारों यात्रियों को रोजाना तेज और किफायती यात्रा विकल्प मिलेगा।
येलो लाइन के शुरू होने के बाद बेंगलुरु मेट्रो नेटवर्क की कुल लंबाई 96 किलोमीटर से अधिक हो गई है। यह शहर के बढ़ते यातायात बोझ को कम करने में अहम भूमिका निभाएगा।
मेट्रो फेज-3 परियोजना की आधारशिला
प्रधानमंत्री मोदी ने 15,610 करोड़ रुपए से अधिक लागत वाली बेंगलुरु मेट्रो फेज-3 परियोजना की आधारशिला भी रखी।
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कुल लंबाई: 44 किलोमीटर से अधिक
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स्टेशनों की संख्या: 31 (सभी एलिवेटेड)
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लाभ: आवासीय, औद्योगिक, वाणिज्यिक और शैक्षणिक क्षेत्रों के लिए आसान और तेज़ परिवहन सुविधा।
यह परियोजना बेंगलुरु में सार्वजनिक परिवहन के भविष्य को बदलने वाली है। आने वाले वर्षों में मेट्रो नेटवर्क शहर के बाहरी क्षेत्रों तक विस्तार करेगा, जिससे व्यक्तिगत वाहनों पर निर्भरता कम होगी और प्रदूषण में कमी आएगी।
पीएम मोदी का सोशल मीडिया संदेश
दौरे से पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बेंगलुरु के लोगों से अपने उत्साह को साझा किया। उन्होंने लिखा:
“10 अगस्त को बेंगलुरु में रहकर कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने का अवसर मिलेगा। तीन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई जाएगी, मेट्रो की येलो लाइन का उद्घाटन होगा और मेट्रो फेज-3 की आधारशिला रखी जाएगी।”
शहरी कनेक्टिविटी में ऐतिहासिक सुधार
इन परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के साथ बेंगलुरु में शहरी कनेक्टिविटी के एक नए युग की शुरुआत हुई है।
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यात्रियों को लंबी दूरी के लिए तेज़ रेल विकल्प मिलेगा।
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शहर के अंदर मेट्रो नेटवर्क के विस्तार से दैनिक यात्रा आसान होगी।
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प्रदूषण और यातायात जाम में कमी आएगी।
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रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की परियोजनाएं न केवल परिवहन सुविधा बढ़ाती हैं, बल्कि शहर की उत्पादकता और रहने की गुणवत्ता को भी ऊंचा करती हैं।
स्थानीय नागरिकों और यात्रियों की प्रतिक्रिया
कार्यक्रम में मौजूद स्थानीय नागरिकों ने इन परियोजनाओं का स्वागत किया।
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सुमन आर. (आईटी प्रोफेशनल) – “येलो लाइन से ऑफिस आने-जाने का समय आधा हो जाएगा। अब ट्रैफिक में घंटों फंसना नहीं पड़ेगा।”
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राजेश पाटिल (व्यवसायी) – “बेंगलुरु-बेलगावी वंदे भारत ट्रेन से व्यापार यात्राएं तेज और आरामदायक होंगी।”
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अमृता शर्मा (पर्यटन प्रेमी) – “अमृतसर से कटरा वंदे भारत ट्रेन धार्मिक यात्राओं के लिए बेहतरीन है, इससे समय और ऊर्जा दोनों की बचत होगी।”
कर्नाटक सरकार और केंद्र की संयुक्त पहल
इन परियोजनाओं के सफल क्रियान्वयन में कर्नाटक सरकार और केंद्र सरकार का संयुक्त प्रयास रहा। मुख्यमंत्री और अन्य राज्य मंत्रियों ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री का स्वागत किया और शहर के विकास के लिए प्रतिबद्धता दोहराई।
रेल मंत्रालय और बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMRCL) ने बताया कि इन परियोजनाओं में अत्याधुनिक तकनीक और आधुनिक यात्री सुविधाओं का इस्तेमाल किया गया है, ताकि यात्रियों को सुरक्षित, आरामदायक और समयबद्ध सेवा मिल सके।