नई दिल्ली । PM नरेंद्र मोदी आज (18 जून 2025) को क्रोएशिया के ज़ाग्रेब के लिए रवाना हो चुके हैं। यह यात्रा उनके तीन देशों—साइप्रस, कनाडा, और अब क्रोएशिया—के दौरे का तीसरा और अंतिम चरण है इस यात्रा के साथ मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री बनेंगे जो क्रोएशिया की आधिकारिक यात्रा करेंगे।
पीएम आंद्रेज़ प्लेंकोविच से होगी द्विपक्षीय बैठक
प्रधानमंत्री मोदी के ज़ाग्रेब पहुँचने के बाद उनकी आधिकारिक वार्ता क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज़ प्लेंकोविच के साथ होगी। इस बातचीत में जिन विषयों पर चर्चा तय मानी जा रही है, उनमें शामिल हैं:
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व्यापार और निवेश के अवसर
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डिजिटल टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप सहयोग
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रक्षा और समुद्री सुरक्षा
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हरित ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन
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उच्च शिक्षा व संस्कृति का आदान-प्रदान
विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
विदेश मंत्रालय के मुताबिक:
“यह यात्रा भारत-क्रोएशिया संबंधों को नई ऊर्जा देगी। दोनों देश लोकतंत्र, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और तकनीकी साझेदारी जैसे साझा मूल्यों पर आगे बढ़ सकते हैं।”
दौरे का रणनीतिक महत्व क्या है?
1. यूरोपीय फोकस की रणनीति
क्रोएशिया, यूरोपीय संघ (EU) का हिस्सा है और बाल्कन क्षेत्र में भारत के लिए एक रणनीतिक प्रवेश द्वार बन सकता है।
2. छोटे देशों के साथ बड़ा रिश्ता
भारत अब केवल बड़े देशों पर नहीं, बल्कि छोटे लेकिन प्रभावशाली देशों के साथ भी गहरी भागीदारी बढ़ा रहा है — यह “मल्टी-वेक्टर फॉरेन पॉलिसी” का हिस्सा है।
3. डिजिटल इंडिया से यूरोप कनेक्ट
क्रोएशिया तकनीक, फिनटेक और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में रुचि रखता है। ऐसे में भारत की डिजिटल इंडिया पहल से साझेदारी स्वाभाविक और लाभकारी होगी।
यात्रा का संभावित कार्यक्रम
दिनांक | कार्यक्रम |
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18 जून | पीएम मोदी ज़ाग्रेब के लिए प्रस्थान |
19 जून | स्वागत समारोह, द्विपक्षीय बैठकें और प्रेस संबोधन |
20 जून | व्यापारिक बैठक, भारतीय समुदाय से मुलाकात |
क्या मिल सकता है इस यात्रा से?
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रणनीतिक साझेदारी को आधिकारिक दर्जा
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स्टार्टअप और तकनीकी इनोवेशन पर MoUs
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ग्रीन एनर्जी में निवेश और शोध
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शिक्षा और संस्कृति में छात्र विनिमय कार्यक्रम