नई दिल्ली। PM नरेंद्र मोदी ब्रिटेन के एक दिवसीय महत्वपूर्ण दौरे के लिए रवाना हो गए हैं। इस यात्रा के दौरान भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर ऐतिहासिक हस्ताक्षर होने की उम्मीद है, जो दोनों देशों के द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को एक नई दिशा देगा।
FTA से 2030 तक 120 अरब डॉलर व्यापार लक्ष्य
लंदन में भारत के हाई कमिश्नर विक्रम दोराईस्वामी के अनुसार, यह समझौता अपने आखिरी कानूनी चरण में है। यह उस ड्राफ्ट पर आधारित है, जो 6 मई को दोनों देशों के अधिकारियों के बीच हुई बातचीत में तय किया गया था। इस समझौते का उद्देश्य 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 120 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाना है।
दोनों देशों के प्रधानमंत्री—नरेंद्र मोदी और कीएर स्टार्मर—गुरुवार को मुलाकात करेंगे, जहां इस समझौते पर औपचारिक हस्ताक्षर किए जा सकते हैं।
व्यापारियों को मिलेगा स्पष्ट और पारदर्शी ढांचा
हाई कमिश्नर दोराईस्वामी के मुताबिक, FTA सिर्फ टैरिफ रिडक्शन तक सीमित नहीं है। इसमें शामिल हैं:
-
व्यापार नियम (Rules of Trade)
-
कस्टम अरेंजमेंट
-
रूल्स ऑफ ओरिजिन
-
सरकारी खरीद (Government Procurement)
-
सेवाओं के क्षेत्र से जुड़े प्रावधान
इस समझौते के बाद भारत और ब्रिटेन के व्यापारियों को एक अधिक स्थिर और पारदर्शी फ्रेमवर्क मिलेगा, जिससे आयात-निर्यात में सहूलियत और वृद्धि की संभावनाएं बढ़ेंगी।
पीएम मोदी की व्यस्त यात्रा: 24 घंटे में कई अहम मुलाकातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्थानीय समय के अनुसार बुधवार शाम को लंदन पहुंचेंगे। गुरुवार को उनके कार्यक्रमों में ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीएर स्टार्मर के साथ द्विपक्षीय बैठकें शामिल हैं। साथ ही उनकी मुलाकात ब्रिटेन के किंग चार्ल्स-III से भी तय है।
दोनों नेताओं के बीच आयुर्वेद, स्वास्थ्य, पर्यावरण और जीवनशैली से जुड़े मुद्दों पर विशेष चर्चा की संभावना है। 2018 में पीएम मोदी और तत्कालीन प्रिंस ऑफ वेल्स ने एक Ayurveda Centre of Excellence की भी शुरुआत की थी।
भारतीय समुदाय के लिए गर्व का मौका
हाई कमिश्नर दोराईस्वामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा भले ही सिर्फ 24 घंटे की है, लेकिन यह इस बात का संकेत है कि भारत इस रणनीतिक साझेदारी को कितना महत्व देता है। संसद सत्र के बीच इतनी व्यस्तता के बावजूद पीएम मोदी का दौरा दर्शाता है कि भारत-ब्रिटेन रिश्तों को नई ऊंचाई देने की स्पष्ट मंशा है।
मालदीव यात्रा: 60वें स्वतंत्रता दिवस पर होंगे ‘गेस्ट ऑफ ऑनर’
ब्रिटेन के बाद प्रधानमंत्री मोदी मालदीव की यात्रा करेंगे, जहां वे 26 जुलाई को मालदीव की स्वतंत्रता के 60 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि (Guest of Honour) के रूप में शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री के साथ एक बिजनेस डेलीगेशन भी दौरे पर है, जो ब्रिटिश उद्यमियों से मुलाकात कर निवेश और संयुक्त परियोजनाओं की संभावनाएं तलाशेगा।