नई दिल्ली । विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर PM नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दिल्ली के लिए 200 नई इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई। यह कदम न केवल राजधानी में हरित परिवहन को बढ़ावा देने की दिशा में एक निर्णायक पहल है, बल्कि केंद्र और दिल्ली सरकार के समन्वित प्रयासों का प्रतीक भी है।
स्वच्छ और हरित दिल्ली की दिशा में एक मजबूत कदम
PM नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर बसों को हरी झंडी दिखाते हुए तस्वीरें साझा कीं और लिखा,
“स्वच्छ और हरित दिल्ली का निर्माण।”
उन्होंने आगे लिखा,
“दिल्ली सरकार की पहल के तहत इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई, जिसका उद्देश्य सतत विकास और स्वच्छ शहरी आवागमन को बढ़ावा देना है। इससे दिल्लीवासियों के लिए ‘जीवन की सुगमता’ भी बेहतर होगी।”
इस अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना भी मौजूद रहे। यह आयोजन राजधानी में हरित परिवहन के नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट को 100% इलेक्ट्रिक बनाने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक परिवहन को पूरी तरह इलेक्ट्रिक बनाने का लक्ष्य रखा है। इस दिशा में पिछले महीने भी 400 से अधिक इलेक्ट्रिक बसों को दिल्ली ईवी (DEVI) योजना के तहत शुरू किया गया था। अब विश्व पर्यावरण दिवस के दिन 200 और नई बसों को शामिल करना इस नीति को और गति देने का कार्य करेगा।
वनस्थली पार्क में ‘एक पेड़ मां के नाम’ के तहत पौधारोपण
इलेक्ट्रिक बसों के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान महावीर वनस्थली पार्क में एक विशेष वृक्षारोपण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत पौधा रोपित किया। उन्होंने कहा,
“आज विश्व पर्यावरण दिवस पर हमने एक विशेष वृक्षारोपण अभियान के साथ ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल को मजबूत किया। मैंने दिल्ली के भगवान महावीर वनस्थली पार्क में एक पौधा लगाया।”
अरावली ग्रीन वॉल परियोजना को मिली नई ऊर्जा
PM ने इस अवसर पर ‘अरावली ग्रीन वॉल परियोजना’ का भी जिक्र किया, जिसके तहत अरावली पर्वत श्रृंखला के पुनर्वनीकरण और पर्यावरण संरक्षण का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा,
“अरावली पर्वतमाला जो गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली तक फैली है, दुनिया की सबसे प्राचीन पर्वत श्रृंखलाओं में से एक है। हाल के वर्षों में इस श्रृंखला से जुड़ी पर्यावरणीय चुनौतियां चिंताजनक रही हैं। हमारी सरकार इन समस्याओं से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि स्थानीय प्रशासन के सहयोग से जल प्रणालियों के पुनर्निर्माण, धूल भरी आंधियों को रोकने और थार मरुस्थल के विस्तार को नियंत्रित करने के प्रयास किए जाएंगे।
तकनीक और युवाओं की भागीदारी का आह्वान
PM मोदी ने कहा कि पारंपरिक वृक्षारोपण पद्धतियों के साथ-साथ आधुनिक तकनीकों को भी अपनाया जाएगा, विशेषकर शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में। उन्होंने बताया कि सभी वृक्षारोपण गतिविधियों को जियो-टैग किया जाएगा और उनकी मॉनिटरिंग ‘मेरी लाइफ पोर्टल’ के माध्यम से की जाएगी।
उन्होंने देश के युवाओं से इस अभियान में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया और कहा,
“मैं देश के युवाओं से अनुरोध करता हूं कि वे इस आंदोलन का हिस्सा बनें और हमारे ग्रह की हरियाली बढ़ाने में योगदान दें।”
दिल्ली के लिए क्या है खास?
-
कुल 200 नई इलेक्ट्रिक बसें राजधानी में सड़कों पर उतरीं
-
100% इलेक्ट्रिक सार्वजनिक परिवहन की दिशा में दिल्ली सरकार की बड़ी पहल
-
इलेक्ट्रिक बसों से प्रदूषण में उल्लेखनीय कमी आने की उम्मीद
-
पीएम मोदी ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ के तहत वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दिया
-
अरावली पर्वतमाला के पुनर्वनीकरण हेतु ‘ग्रीन वॉल परियोजना’ को गति