भुवनेश्वर | Odisha के कोरापुट जिले में एक छात्रा की संदिग्ध मौत और उसके पीछे यौन उत्पीड़न के आरोपों ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस मामले को लेकर राजनीतिक घमासान अब तेज़ हो गया है।
राहुल गांधी का तीखा हमला: “बेटियां जल रही हैं, प्रधानमंत्री मौन क्यों हैं?”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा:
“ओडिशा में एक छात्रा की संदिग्ध हालात में जलकर मौत हो जाती है। रिपोर्ट्स में यौन शोषण की बात सामने आती है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी चुप हैं। क्या यह ‘बेटी बचाओ’ का असली चेहरा है?”
राहुल ने सवाल उठाया कि आखिर क्यों केंद्र सरकार और ओडिशा की बीजेपी समर्थित सरकार इस मामले में चुप्पी साधे हुए है।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का पलटवार: “कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए”
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, जो खुद ओडिशा से आते हैं, ने राहुल गांधी के बयान को “राजनीतिक अवसरवाद” बताया।
“एक बच्ची की मौत पर कांग्रेस राजनीति कर रही है। जांच चल रही है, SIT बनी है। राहुल गांधी को तथ्यों का इंतजार करना चाहिए, न कि संवेदनशील मुद्दे पर रोटियां सेंकनी चाहिए।”
हॉस्टल में जली हालत में मिली छात्रा
ओडिशा के कोरापुट जिले में स्थित एक इंटर कॉलेज की छात्रा 13 जुलाई को हॉस्टल के कमरे में जली हुई हालत में पाई गई। उसकी हालत बेहद गंभीर थी, जिसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। अगले दिन, 14 जुलाई को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
यौन उत्पीड़न का आरोप
छात्रा के परिजनों और सहेलियों का आरोप है कि वह लंबे समय से यौन उत्पीड़न का शिकार थी। उन्होंने दावा किया कि छात्रा ने पहले भी कॉलेज प्रशासन को इसकी शिकायतें दी थीं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह लापरवाही अब सवालों के घेरे में है।
जांच शुरू, अधिकारी सस्पेंड
मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने विशेष जांच टीम (SIT) का गठन कर दिया है। जांच के आदेश के साथ ही कॉलेज के प्रिंसिपल और एक वॉर्डन को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा, दो छात्रों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और FSL जांच का इंतजार किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर जबरदस्त आक्रोश देखने को मिल रहा है। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर #JusticeForOdishaGirl ट्रेंड कर रहा है। लोग छात्रा को इंसाफ दिलाने की मांग कर रहे हैं। कई सामाजिक संगठनों ने सड़कों पर प्रदर्शन किए हैं।
महिला आयोग ने लिया संज्ञान
घटना को गंभीर मानते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया है और राज्य सरकार से तत्काल रिपोर्ट तलब की है। आयोग ने आश्वासन दिया है कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
कांग्रेस ने उठाए तीखे सवाल
इस मामले पर कांग्रेस ने सरकार पर कड़ा हमला बोला है। पार्टी ने पूछा है:
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क्या छात्रा ने पहले यौन शोषण की शिकायत की थी?
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अगर हां, तो उस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
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हॉस्टल में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम क्यों नहीं थे?
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आखिर सरकार इस गंभीर घटना पर अब तक चुप क्यों है?