Pioneer digital desk
PM Modi 2 दिन के गुजरात दौरे पर थे। उन्होंने गांधीनगर में 2 किमी लंबा रोड शो किया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात शहरी विकास की 20वीं वर्षगांठ और शहरी विकास वर्ष 2025 के शुभारंभ समारोह में भाग लिया. इस दौरान पीएम ने जनता को भी संबोधित किया. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र भी किया…
उन्होंने पिछले दो दिनों में क्या-क्या घोषणाएं की हैं?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26–27 मई 2025 को गुजरात दौरे के दौरान ₹77,000 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं की घोषणा की, जिनमें दाहोद में ₹20,000 करोड़ की लागत से 9,000 हॉर्सपावर वाले इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव निर्माण संयंत्र का उद्घाटन शामिल है । भुज में उन्होंने 53,400 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास किया, जिसमें दुनिया के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना और ‘सिंदूरवन’ परियोजना शामिल है, जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से सिंदूर बनाने वाले पौधों की खेती पर केंद्रित है । गांधीनगर में उन्होंने ‘शहरी विकास वर्ष 2025’ की शुरुआत की और पीएम आवास योजना के तहत 22,000 से अधिक मकान लाभार्थियों को सौंपे । इसके अलावा, अहमदाबाद और वडोदरा में रोड शो के दौरान उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को राष्ट्र की सामूहिक जिम्मेदारी बताते हुए ‘वोकल फॉर लोकल’ का आह्वान किया ।
जनसभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर पीएम का तीखा हमला
PM Modi ने 27 मई 2025 को गुजरात के गांधीनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “जब आतंकवाद के 9 ठिकाने तय करके 22 मिनट में उन्हें ध्वस्त कर दिया। इस बार तो सबकुछ कैमरे के सामने किया। ताकि, कोई सबूत न मांगे। अब हमें सबूत नहीं देना पड़ा रहा है। सामने वाला ही दे रहा है। इसलिए इसको प्रॉक्सी वॉर नहीं कह सकते। क्योंकि जिन आतंकियों के जनाजे निकले, उनको स्टेट ऑनर दिया गया। उनके ताबूत पर पाकिस्तान के झंडे लगाए गए। यह सिद्ध करता है कि आतंकी कृत्य प्रॉक्सी वॉर नहीं है। यह सोची समझी युद्ध की रणनीति है। तो उसका जवाब भी वैसा ही मिलेगा।”
PM Modi ने कहा कि 1947 में मां भारती का बंटवारा हुआ. कटनी चाहिए थी जंजीरें पर काट गई भुजाएं. देश तीन टुकड़े कर दिए गए. उसी रात पहला आतंकी हमला कश्मीर की धरती पर हुआ. मां भारती का एक हिस्सा पाकिस्तानियों ने मुजाहिद्दीन के नाम पर आतंकियों का इस्तेमाल कर कब्जा कर लिया..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा में भारत की आर्थिक प्रगति, आत्मनिर्भरता और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर महत्वपूर्ण बयान दिए। उन्होंने कहा:
“हम कोरोना से लड़े, पड़ोसियों से भी लड़े। हम सुख-चैन की जिंदगी जीना चाहते हैं। हम एक निष्ठ भाव से कोटि-कोटि भारतीयों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं।”
उन्होंने 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से भारत की आर्थिक स्थिति में सुधार का उल्लेख करते हुए कहा:
“कल 26 मई था। 2014 में 26 मई मुझे पहली बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने का अवसर मिला था। तब भारत की इकोनॉमी दुनिया में 11 नंबर पर थी। हमने कोरोना से लड़ाई ली। पड़ोसियों से लड़ाई लड़ी। प्राकृतिक आपदा भी झेली। इन सबके बावजूद हम 11 नंबर से 4 नंबर की इकोनॉमी पर पहुंच गए।”
PM Modi ने आगे कहा कि भारत अब तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है:
“अब हमें तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य है।”
उन्होंने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में नागरिकों से अपील की:
“हमारे त्योहारों में, जैसे गणेश चतुर्थी, होली, दिवाली, इन अवसरों पर विदेशी उत्पादों के बजाय भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता दें।”
PM Modi ने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर केवल सैनिकों की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह 140 करोड़ भारतीयों की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने भारतीय संस्कृति का उदाहरण देते हुए छोटे गणेश जी की पूजा की परंपरा का उल्लेख किया, जिससे यह संदेश दिया कि संकल्प और समर्पण से बड़ी से बड़ी जीत हासिल की जा सकती है।