नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का Maldives दौरा ऐतिहासिक रहा। माले एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर और 21 तोपों की सलामी दी गई। यह यात्रा मुइज्जू के कार्यकाल में किसी भी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष की पहली आधिकारिक यात्रा थी।
भारत से मालदीव को 4,850 करोड़ रुपये की ‘लाइन ऑफ क्रेडिट’
पीएम मोदी की यात्रा के दौरान भारत ने Maldives को 565 मिलियन डॉलर (लगभग ₹4,850 करोड़) की नई लोन सहायता प्रदान की। यह सहायता द्वीप देश में आवश्यक बुनियादी ढांचे के निर्माण में उपयोग की जाएगी, जैसे – सड़क, जल-प्रबंधन, आवास और शहरी सुविधाएं।
भारत निर्मित 3,300 सामाजिक आवास इकाइयों का हुआ ट्रांसफर
Maldives के नागरिकों को सस्ती और सुरक्षित आवास उपलब्ध कराने के लिए भारत द्वारा निर्मित 3,300 सोशल हाउसिंग यूनिट्स का ट्रांसफर किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि यह परियोजना “सम्मान और स्थायित्व के साथ एक नई शुरुआत” का प्रतीक है।
अद्दू सिटी में सड़क और ड्रेनेज परियोजना का उद्घाटन
Maldives के आद्दू सिटी में भारत के सहयोग से सड़क और जलनिकासी परियोजना का भी उद्घाटन हुआ, जिससे स्थानीय बुनियादी ढांचे को मजबूती मिलेगी और नागरिकों को बेहतर जीवन स्तर मिलेगा।
6 नई सामुदायिक विकास परियोजनाएं और 72 सैन्य वाहन सौंपे
भारत ने मालदीव में 6 उच्च-प्रभाव वाली सामुदायिक विकास परियोजनाओं की भी शुरुआत की। इसके अलावा, भारत ने 72 सैन्य वाहन और तकनीकी उपकरण मालदीव को सौंपे, जिससे द्वीप राष्ट्र की आंतरिक सुरक्षा क्षमताएं सुदृढ़ होंगी।
भारत-मालदीव मुक्त व्यापार समझौते (IMFTA) पर शुरू हुई बातचीत
पीएम मोदी की यात्रा के दौरान India-Maldives Free Trade Agreement (IMFTA) को लेकर बातचीत की शुरुआत हुई। इसके अंतर्गत दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और बाजार पहुंच के रास्ते खुलेंगे। इससे मालदीव के उत्पाद भारत में और भारत के सामान मालदीव में सुलभ होंगे।
60 वर्षों के राजनयिक संबंधों पर जारी हुआ संयुक्त डाक टिकट
भारत और मालदीव के 60 वर्षों के राजनयिक संबंधों के उपलक्ष्य में दोनों देशों ने मिलकर एक स्मारक डाक टिकट का विमोचन किया। यह दोनों देशों के घनिष्ठ और सहयोगपूर्ण संबंधों की याद दिलाता रहेगा।
प्रेस वार्ता में क्या बोले पीएम मोदी?
“भारत, मालदीव का सबसे निकटतम और विश्वासपात्र पड़ोसी है। चाहे प्राकृतिक आपदा हो या महामारी जैसी चुनौती, भारत ने हमेशा फ़र्स्ट रिस्पॉन्डर की भूमिका निभाई है।” – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि मालदीव, भारत की “Neighbourhood First” नीति और “SAGAR (Security and Growth for All in the Region)” दृष्टिकोण में अहम भागीदार है। भारत ने कोविड-19 महामारी के दौरान भी मालदीव को दवाइयां, वैक्सीन और अन्य जरूरी संसाधनों की आपूर्ति की थी।
भारत को क्या मिला इस यात्रा से?
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रणनीतिक संबंधों में मजबूती: मालदीव हिंद महासागर में भारत के लिए रणनीतिक रूप से अहम है। चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करने के लिए यह सहयोग भारत के हित में है।
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व्यापार के नए अवसर: IMFTA के ज़रिए भारत को मालदीव में निवेश और व्यापार के नए मौके मिलेंगे।
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सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता: भारत द्वारा दिए गए सैन्य वाहनों से मालदीव की सुरक्षा में भारत की भूमिका और स्पष्ट हुई है।
द्विपक्षीय संबंधों में ऐतिहासिक मजबूती
पीएम मोदी की मालदीव यात्रा ने दोनों देशों के बीच न केवल आर्थिक और सामरिक संबंधों को नया आयाम दिया, बल्कि क्षेत्रीय संतुलन और पारस्परिक सहयोग को भी मजबूत किया। 4,850 करोड़ की मदद, सामुदायिक विकास योजनाएं, सैन्य सहयोग और व्यापारिक संवाद – यह सभी पहल भारत की ‘निर्णायक पहल’ को दर्शाते हैं जो हिन्द महासागर क्षेत्र में स्थिरता और सहयोग की आधारशिला रखती है।