नई दिल्ली । देश में एक बार फिर से Corona वायरस ने दस्तक दे दी है। पिछले कुछ हफ्तों से कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि केवल 20 दिनों में एक्टिव केसों की संख्या 93 से बढ़कर 5755 हो गई है। यानी संक्रमण दर में 62 गुना की बढ़ोतरी हुई है।
इस तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच चिंताजनक खबर राजधानी दिल्ली से आई, जहां गुरुवार को कोरोना के कारण दो लोगों की मौत हुई, जिनमें एक पांच महीने का शिशु भी शामिल है। यह घटनाक्रम स्वास्थ्य महकमे को सतर्क कर रहा है।
कोरोना के ताजा आंकड़े
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में 391 नए मामले सामने आए हैं। देश में अब तक 55 मौतें कोविड से हो चुकी हैं, जिनमें से 53 मौतें केवल पिछले पंद्रह दिनों में हुई हैं। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 17 लोगों की जान गई है, जबकि दिल्ली, केरल, कर्नाटक और पंजाब से भी मौतों की पुष्टि हुई है। हालांकि राज्यवार डेटा का विवरण फिलहाल मंत्रालय ने साझा नहीं किया है।
ओडिशा में स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल की वापसी
ओडिशा सरकार ने गर्मी की छुट्टियों के बाद स्कूल खोलने के साथ ही कोविड-19 को लेकर सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। शिक्षा मंत्री नित्यानंद गोंड के मुताबिक हल्के लक्षणों वाले बच्चों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। वहीं जिन बच्चों को बुखार, खांसी या सर्दी जैसे लक्षण हैं, उन्हें स्कूल न आने की सलाह दी गई है।
राज्यों की स्थिति
1. केरल:
राज्य सरकार ने कोविड और इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण वाले मरीजों के इलाज में सतर्कता बरतने को कहा है। सभी अस्पतालों में मास्क अनिवार्य कर दिए गए हैं और लक्षण दिखने पर कोविड टेस्ट कराना जरूरी है।
2. महाराष्ट्र:
राज्य में जनवरी 2025 से अब तक 13,707 सैंपल की जांच हुई है, जिनमें 1064 पॉजिटिव केस मिले हैं। 17 मौतों में से 16 मरीज पहले से ही गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे।
3. गुजरात:
508 एक्टिव मामलों में से 490 मरीज होम आइसोलेशन में हैं और 18 को अस्पताल में भर्ती किया गया है। राज्य सरकार ने कहा है कि ऐसी बढ़ोतरी आम तौर पर हर छह से आठ महीनों में देखी जाती है, घबराने की जरूरत नहीं है।
4. कर्नाटक:
गुलबर्गा मेडिकल कॉलेज में 25 बेड का कोविड वार्ड तैयार किया गया है, जिसमें ICU, HDU और गर्भवती महिलाओं के लिए भी खास व्यवस्था की गई है।
5. उत्तराखंड:
सरकार ने जिला प्रशासन को ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कोविड और अन्य श्वसन संबंधी बीमारियों की रिपोर्टिंग भी जरूरी की गई है।
6. सिक्किम:
526 सैंपलों में से 15 पॉजिटिव केस पाए गए हैं। इसके बाद राज्य में मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य कर दी गई है।
7. हिमाचल प्रदेश:
यहां 3 जून को सिरमौर जिले के नाहन में पहला कोविड केस मिला, जिसके बाद सभी अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य किया गया।
चार नए वैरिएंट्स की पहचान
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार देश में चार नए कोविड वैरिएंट्स की पहचान हुई है – LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1। ये वैरिएंट दक्षिण और पश्चिम भारत के क्षेत्रों से सामने आए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार NB.1.8.1 में स्पाइक प्रोटीन के तीन म्यूटेशन (A435S, V445H, और T478I) मौजूद हैं, जो इसे अन्य वैरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक बनाते हैं।
JN.1: भारत में सबसे आम वैरिएंट
भारत में इस समय JN.1 सबसे सामान्य वैरिएंट बन चुका है। यह वैरिएंट ओमिक्रॉन की BA.2.86 श्रेणी का एक हिस्सा है। WHO ने इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ के रूप में वर्गीकृत किया है। इसमें लगभग 30 प्रकार के म्यूटेशन हैं, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं।
जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह वैरिएंट बहुत गंभीर नहीं है, लेकिन यह तेजी से फैलता है। इसके लक्षण कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों तक रह सकते हैं और कुछ मामलों में ‘लॉन्ग कोविड’ के रूप में भी सामने आ सकते हैं।
क्या है ‘लॉन्ग कोविड’?
‘लॉन्ग कोविड’ एक ऐसी स्थिति है, जिसमें कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद भी मरीज को लंबे समय तक लक्षणों का सामना करना पड़ता है, जैसे कि थकावट, सांस लेने में तकलीफ, ब्रेन फॉग, शरीर दर्द आदि। विशेषज्ञ इसे हल्के में नहीं लेने की सलाह दे रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय और WHO की अपील
भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन दोनों ने फिलहाल स्थिति को ‘गंभीर चिंता’ वाली श्रेणी में नहीं रखा है। लेकिन नए वैरिएंट्स पर निगरानी रखी जा रही है। आम नागरिकों को मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और हाथ धोने जैसे बुनियादी एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।