नई दिल्ली | भारत सरकार ने अश्लील और आपत्तिजनक कंटेंट प्रसारित करने वाले 25 OTT प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसमें Ullu, ALTT, और Desi Flicks जैसे लोकप्रिय ओटीटी ऐप्स शामिल हैं। यह कार्रवाई IT एक्ट 2000, BNS 2023, और महिलाओं के अश्लील निरूपण (निषेध) अधिनियम 1986 जैसे चार प्रमुख कानूनों के तहत की गई है।
सरकार का साफ संदेश: एंटरटेनमेंट के नाम पर अश्लीलता नहीं चलेगी
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी निर्देश में इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (ISP) को इन सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और उनकी वेबसाइट्स को तत्काल प्रभाव से ब्लॉक करने का आदेश दिया है। सरकार का कहना है कि ये प्लेटफॉर्म्स “मनोरंजन के नाम पर समाज में विकृति फैलाने” का काम कर रहे थे।
कौन-कौन से ऐप्स हुए बैन?
सूत्रों के अनुसार जिन ऐप्स को बैन किया गया है, उनमें शामिल हैं:
-
Ullu App (स्थापना: 2018, निर्माता: विभु अग्रवाल, IIT कानपुर)
-
ALTT App (स्थापना: 2017, निर्माता: एकता कपूर)
-
Desi Flicks
-
और अन्य कुल 25 प्लेटफॉर्म्स
किन कानूनों के तहत की गई कार्रवाई?
सरकार ने निम्नलिखित कानूनों का हवाला देते हुए बैन की कार्रवाई की:
-
IT Act 2000 (Section 67): इंटरनेट पर अश्लील कंटेंट अपलोड या प्रसारित करना अपराध है।
-
IT Act 2000 (Section 67A): यौन गतिविधियों से संबंधित वीडियो अपलोड करना अवैध।
-
BNS 2023 (Section 294): सार्वजनिक स्थानों पर अश्लील प्रदर्शन या भाषा पर रोक।
-
महिलाओं के अश्लील निरूपण (निषेध) अधिनियम 1986 (धारा 4): महिलाओं को अपमानजनक तरीके से दिखाना दंडनीय अपराध।
पिछली कार्रवाई: मार्च 2024 में भी लगे थे प्रतिबंध
मार्च 2024 में सरकार ने इसी तरह के आरोपों के चलते:
-
18 OTT प्लेटफॉर्म्स
-
19 वेबसाइट्स
-
10 मोबाइल ऐप्स
-
57 सोशल मीडिया हैंडल्स को ब्लॉक कर दिया था।
लॉकडाउन के दौरान हुआ अश्लील कंटेंट का विस्फोट
2020 के कोरोना लॉकडाउन के दौरान जब लोग घरों में थे, OTT प्लेटफॉर्म्स की व्यूअरशिप में अचानक जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई।
-
मई 2020 में ALTT की व्यूअरशिप में 60% की वृद्धि हुई।
-
MX Player पर एक एडल्ट कॉमेडी शो की एक दिन में 1.1 करोड़ स्ट्रीमिंग हुई थी।
विशेषज्ञों के अनुसार, कई नए प्लेटफॉर्म्स ने इस अवधि का उपयोग अश्लील या अर्ध-पोर्नोग्राफिक कंटेंट दिखाकर दर्शकों को आकर्षित करने में किया।
2021 में आई थी डिजिटल मीडिया गाइडलाइन
भारत सरकार ने OTT प्लेटफॉर्म्स को रेगुलेट करने के लिए 2021 में ‘इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (इंटरमीडियरी गाइडलाइंस एंड डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड) रूल्स’ लागू किए। अप्रैल 2023 में इन्हें अपडेट किया गया।
गाइडलाइन के अनुसार:
कंटेंट कैटेगरी और उम्र सीमा का निर्धारण अनिवार्य है।
ग्रिवांस ऑफिसर की नियुक्ति जरूरी।
सेक्सुअल, एंटी-नेशनल या महिला/बच्चों के खिलाफ कंटेंट प्रतिबंधित।
राज कुंद्रा केस बना था बड़ा मोड़
2021 में एक्टर शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा को एक ओटीटी ऐप ‘Hotshots’ के जरिए पोर्न फिल्में बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस केस ने OTT और पोर्न इंडस्ट्री के बीच के संबंधों को लेकर बड़ा खुलासा किया था।
भारत में OTT की शुरुआत कैसे हुई?
-
2008: देश का पहला OTT प्लेटफॉर्म BigFlix (Reliance Entertainment) लॉन्च हुआ।
-
2010: पहला मोबाइल आधारित एप NextGTV आया।
-
2013-14: आईपीएल की लाइव स्ट्रीमिंग ने हॉटस्टार को पॉपुलर बना दिया।
-
2013: Ditto TV, Sony Liv जैसे एप्स के जरिए टीवी शोज भी ऑनलाइन स्ट्रीम होने लगे।
अब क्या होगा?
सरकार की इस कार्रवाई के बाद ये साफ है कि अब OTT प्लेटफॉर्म्स को भी सेंसर और नियमन के दायरे में रहना होगा। अगर वे “मनोरंजन” की आड़ में आपत्तिजनक कंटेंट दिखाते हैं तो उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।