नई दिल्ली । केंद्रीय गृह मंत्री Amit shah ने मंगलवार को लोकसभा में जानकारी दी कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हमला करने वाले तीनों आतंकियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया है। ऑपरेशन “महादेव” के तहत की गई इस कार्रवाई में लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर सुलेमान, और उसके साथ ए श्रेणी के आतंकी फैजल अफगान उर्फ हमजा व जिब्रान को ढेर किया गया।
कैसे चला ऑपरेशन ‘महादेव’?
गृह मंत्री शाह ने संसद में बताया कि:
-
22 अप्रैल को हुआ हमला, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए।
-
23 अप्रैल को CCS मीटिंग में हमलावरों को जिंदा या मुर्दा पकड़ने का संकल्प लिया गया।
-
22 मई को IB को दाछीगाम इलाके में आतंकियों की मौजूदगी का सुराग मिला।
-
इसके बाद मई से जुलाई तक लगातार उनके सिग्नल ट्रैक किए जाते रहे।
-
22 जुलाई को सेंसर्स से मौजूदगी की पुष्टि हुई।
-
28 जुलाई को ऑपरेशन के तहत सभी आतंकी मारे गए।
FSL और तकनीकी सबूत से जुड़ा मामला
-
घटनास्थल से जो कारतूस मिले थे, उन्हें एफएसएल जांच के लिए चंडीगढ़ भेजा गया।
-
जांच में पुष्टि हुई कि इन्हीं राइफलों से पहलगाम हमला किया गया था।
-
एक अमेरिकी राइफल और दो AK-47 इन आतंकियों के पास से बरामद हुई।
-
आतंकियों की पाकिस्तानी पहचान चॉकलेट, वोटर कार्ड और मोबाइल डेटा से हुई।
पाकिस्तान कनेक्शन: वोटर आईडी से लेकर चॉकलेट तक
गृह मंत्री ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि मारे गए आतंकियों में से दो के पाकिस्तान के वोटर नंबर उपलब्ध हैं। साथ ही उनके पास से जो चॉकलेट मिली, वह भी “मेड इन पाकिस्तान” है।
पूर्व गृहमंत्री पर निशाना
शाह ने पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम पर तीखा हमला करते हुए कहा:
“चिदंबरम साहब ने पूछा कि पाकिस्तान से आतंकी आए, इसका सबूत क्या है। मैं कहना चाहता हूं कि यह देश का दुर्भाग्य है कि एक पूर्व गृहमंत्री पाकिस्तान को क्लीन चिट देने में लगे हैं। देश के 130 करोड़ लोग यह षड्यंत्र अब जान चुके हैं।”
सिंधु जल संधि पर भी मोदी सरकार ने लिया सख्त फैसला
अमित शाह ने बताया कि सिंधु जल संधि कांग्रेस की ऐतिहासिक भूल थी, जिसे मोदी सरकार ने सस्पेंड किया।
इसके साथ ही पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा भी सस्पेंड कर उन्हें भारत छोड़ने को कहा गया।
स्थानीय मददगार गिरफ्तार
गृह मंत्री ने यह भी बताया कि आतंकियों की स्थानीय मदद करने वाले दो लोगों की पहचान हो चुकी है, और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।