अहमदाबाद । गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का सोमवार दोपहर राजकोट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा । चार दिन पहले हुए अहमदाबाद विमान हादसे ( Ahmedabad plane crash ) में रूपाणी समेत 275 लोगों की जान चली गई थी। हादसे के बाद शुरू हुए व्यापक डीएनए परीक्षण अभियान में अब तक 92 शवों की पहचान हो चुकी है।
12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 तकनीकी खराबी के चलते बीजे मेडिकल कॉलेज एवं सिविल अस्पताल के छात्रावास भवन से जा टकराया। इस भयावह टक्कर में विमान में सवार 241 लोगों में से केवल एक यात्री ही जीवित बच पाया, जबकि हॉस्टल और आस-पास के इलाके के 34 लोग भी इस हादसे का शिकार हो गए।
विजय रूपाणी की अंतिम विदाई
पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की पहचान रविवार को डीएनए परीक्षण से हुई थी। उनका शव सोमवार सुबह चार्टर्ड प्लेन से राजकोट लाया गया। राजकोट में उनके निवास पर अंतिम दर्शन के लिए हजारों की भीड़ उमड़ी। दोपहर 3 बजे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, और कई केंद्रीय मंत्री भी इस अंतिम यात्रा में शामिल होंगे।
अमित शाह ने रूपाणी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “विजयभाई ने गुजरात की राजनीति को नई दिशा दी। उनका यूं अचानक चला जाना राज्य और राष्ट्र दोनों के लिए गहरी क्षति है।”
डीएनए पहचान प्रक्रिया में तेजी
हादसे के बाद मलबा और शवों की स्थिति इतनी भयावह थी कि मृतकों की शिनाख्त करना अत्यंत कठिन हो गया। सिविल अस्पताल के फॉरेंसिक विभाग और केंद्रीय एजेंसियों ने मिलकर करीब 250 शवों के डीएनए सैंपल लिए। अब तक 92 शवों की पुष्टि हो चुकी है और 47 शव उनके परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, शेष पहचान प्रक्रिया भी तीव्र गति से चल रही है।
ब्लैक बॉक्स से मिल सकती है दुर्घटना की असली वजह
रविवार को जांच टीम को बड़ी सफलता मिली जब विमान का फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) सुरक्षित मिल गया। इन रिकॉर्डरों में टेकऑफ से लेकर आखिरी क्षण तक की सूचनाएं रिकॉर्ड होती हैं। एविएशन एक्सपर्ट्स का मानना है कि इनसे यह स्पष्ट हो सकेगा कि दुर्घटना के पीछे तकनीकी विफलता थी या मानवीय चूक।
AAIB (एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो) ने मामले की उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी है। शुरुआती रिपोर्ट्स में इंजन फेल्योर और ऑटो-पायलट सिस्टम में खराबी की आशंका जताई गई है, लेकिन आधिकारिक पुष्टि ब्लैक बॉक्स डाटा एनालिसिस के बाद ही होगी।
पीएमओ की निगरानी में राहत व पुनर्वास कार्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव डॉ. पीके मिश्रा ने शनिवार को अहमदाबाद पहुंचकर हादसे की पूरी समीक्षा की। उन्होंने सिविल अस्पताल में घायलों से मुलाकात की, परिजनों से बात की और राहत कार्यों का जायज़ा लिया। उन्होंने एयरपोर्ट अथॉरिटी, DGCA, AAIB और राज्य प्रशासन के साथ एक संयुक्त बैठक भी की।
डॉ. मिश्रा ने कहा, “यह हादसा केवल एक तकनीकी त्रुटि नहीं, एक मानवीय त्रासदी है। केंद्र सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है।”
मृतकों के परिजनों को मिल रही सहायता
गुजरात सरकार ने मृतकों के परिजनों को ₹25 लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा की है, जबकि केंद्र सरकार ने अतिरिक्त ₹10 लाख की राहत राशि देने की बात कही है। घायलों का इलाज मुफ्त किया जा रहा है और जिनका घर हादसे में नष्ट हुआ है, उन्हें सरकार नई आवास सुविधा देने पर विचार कर रही है।