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21 मई 2025 को, असम में दो और व्यक्तियों को “पाकिस्तानी एजेंट” के रूप में गिरफ्तार किया गया, जिससे पहलगाम आतंकी हमले के बाद राज्य में कुल गिरफ्तारियों की संख्या 73 हो गई है。 मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पुष्टि की कि ये गिरफ्तारियाँ चिरांग और होजई जिलों से की गई हैं。
असम पुलिस ने “ऑपरेशन सिंदूर” और “ऑपरेशन घोस्ट सिम” के तहत इन गिरफ्तारियों को अंजाम दिया है, जिसमें पाकिस्तान (Pakistan) से जुड़े फर्जी सिम कार्ड रैकेट का भी भंडाफोड़ हुआ है。 इस रैकेट के माध्यम से साइबर अपराधों और संवेदनशील जानकारी के आदान-प्रदान की साजिश रची गई थी।
इसके अलावा, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के विधायक अमीनुल इस्लाम को पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तान(Pakistan) का बचाव करने के आरोप में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत हिरासत में लिया गया है
इन कार्रवाइयों से स्पष्ट है कि असम सरकार और सुरक्षा एजेंसियाँ राज्य में किसी भी प्रकार की देशविरोधी गतिविधियों के प्रति सख्त रुख अपनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री सरमा ने भी स्पष्ट किया है कि ऐसे “देशद्रोहियों” के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
सीएम ने दी थी कड़ी चेतावनी
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री सरमा ने 2 मई को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. सीएम के इस ऐलान के बाद से ही राज्य की पुलिस लगातार ऐसे लोगों की पहचान करने में जिनके भारत विरोधी कामों में संलिप्त होने की आशंका है. पुलिस लगातार ऐसे लोगों की पहचान कर रही है और उन्हें गिरफ्तार कर रही हैं.
दरअसल, 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में कुछ आतंकियों ने 26 लोगों को गोली मार दी थी. आतंकियों की ओर से जिन्हें निशाना बनाया गया उसमें अधिकतर अपने परिवार के साथ थे और घूमने के लिए पहलगाम गए हुए थे. पहलगाम एक पर्यटक स्थल है इसलिए वहां हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं.
भारत ने 26 निर्दोष लोगों की मौत का बदला लिया
पहलगाम में 26 नागरिकों की मौत के बाद पूरा देश गुस्से में था और आतंक और उनके आकाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग होने लगी थी. इस मुद्दे पर पूरा देश एकजुट नजर आया. इसके बाद 6-7 की रात को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया. भारत ने पाकिस्तान (Pakistan) में आतंकियों और उनके ठिकानों को निशाना बनाया. ऑपरेशन में आतंकियों के कई ठिकाने बुरी तरह से तबाह हो गए. इसके बाद पाकिस्तान (Pakistan) की ओर से भी जवाबी कार्रवाई हुई जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया और पाकिस्तान (Pakistan) के कई एयरबेस को क्षतिग्रस्त कर दिया.
भारत की जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान (Pakistan) इतना डर गया कि उसने सीजफायर की गुहार लगाई. इसके बाद 10 मई को दोनों देश सीजफायर पर राजी हुई. तब से लेकर अभी तक बॉर्डर पर शांति बनी हुई है..