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इजरायल और ईरान के बीच छिड़ा युद्ध अब बेहद गंभीर और खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। दोनों देशों के बीच मिसाइल, साइबर अटैक और ड्रोन हमले लगातार हो रहे हैं। ताजा घटनाक्रम में ईरान ने इजरायल के अस्पताल और सैन्य ठिकानों पर मिसाइलें दागीं, जबकि इजरायल ने 60 से अधिक फाइटर जेट्स से ईरान की राजधानी तेहरान और अन्य शहरों पर हमला किया। इसी बीच अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले की योजना तैयार कर ली है, जिससे वैश्विक स्तर पर तनाव गहरा गया है।
ईरान ने दागीं बैलिस्टिक मिसाइलें, इजरायली अस्पताल पर हमला
ईरान ने गुरुवार सुबह इजरायल के बीयरशेवा स्थित सोरोका अस्पताल पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया। इस हमले में अस्पताल परिसर और आसपास के इलाकों में भारी तबाही मची है। ईरान ने दावा किया है कि उसने पहली बार 2,000 किलोमीटर रेंज की ‘सेज्जिल मिसाइल’ का इस्तेमाल किया है।
इजरायल का जवाबी हमला: 60 फाइटर जेट्स से तेहरान पर बमबारी
इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने जवाबी कार्रवाई करते हुए ईरान की राजधानी तेहरान, अराक और इस्फहान में सैन्य और परमाणु ठिकानों पर बमबारी की है। इसमें लवीजान, फोर्डो और नतांज की यूरेनियम एनरिचमेंट साइट शामिल हैं।
इजरायल की वायुसेना ने दावा किया कि उन्होंने 20 से अधिक ईरानी सैन्य ठिकानों को पूरी तरह नष्ट कर दिया है।
साइबर वॉर: ईरान में इंटरनेट बंद, इजरायल का साइबर हमला
इजरायली साइबर यूनिट ने कथित तौर पर ईरान के नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाते हुए बड़े पैमाने पर साइबर हमला किया। इसके बाद ईरान में इंटरनेट सेवा 12 घंटे से अधिक समय तक पूरी तरह ठप रही। ईरान के संचार मंत्रालय ने कहा है कि वे नागरिकों को “बाहरी दुश्मनों” से बचाने के लिए इंटरनेट पर अस्थायी प्रतिबंध लगा रहे हैं।
ड्रोन हमला: इजरायल ने मार गिराया ईरानी ड्रोन
गुरुवार तड़के 2:20 बजे ईरान की ओर से एक ड्रोन हमला हुआ जिसे इजरायल एयरफोर्स ने सफलतापूर्वक मार गिराया। इजरायल ने दावा किया कि ड्रोन में विस्फोटक भरे हुए थे और इसका लक्ष्य नागरिक इलाका था।
अमेरिका की सीधी भागीदारी? ट्रंप ने दी हमले की मंजूरी
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के फोर्डो यूरेनियम एनरिचमेंट प्लांट पर हमले की योजना को मौखिक रूप से मंजूरी दे दी है। हालांकि अभी अंतिम आदेश जारी नहीं हुआ है। ट्रंप ने कहा, “अब बहुत देर हो चुकी है बात करने के लिए। ईरान के पास खुद को बचाने के लिए एयर डिफेंस नहीं है।”
संयुक्त राष्ट्र की आपात बैठक बुलाई गई
ईरान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से आपात बैठक बुलाने का अनुरोध किया है। इस बैठक में अमेरिका की भूमिका पर चर्चा होगी। ईरान ने आरोप लगाया है कि अमेरिका इस युद्ध में सक्रिय रूप से शामिल है, जिससे वैश्विक शांति को खतरा है।
खामेनेई के गुप्त ठिकाने पर हमला
इजरायल वायुसेना ने तेहरान के लवीजान इलाके में बमबारी की है, जिसे ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई का गुप्त कमांड सेंटर माना जाता है। इजरायल ने यह हमला खामेनेई के युद्ध को लेकर दिए गए भड़काऊ बयान के बाद किया।
तेहरान में अफरा-तफरी, ट्रैफिक जाम
तेहरान से मिली खबरों के मुताबिक, बड़ी संख्या में नागरिक राजधानी को छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे शहर में भारी ट्रैफिक जाम लग गया है। पेट्रोल पंपों, मेडिकल स्टोर्स और सुपरमार्केट्स पर भीड़ उमड़ पड़ी है।
अमेरिका निकाल रहा अपने नागरिक
इजरायल में स्थित अमेरिकी दूतावास ने अमेरिका के नागरिकों को जल्द से जल्द देश छोड़ने की सलाह दी है। साथ ही SMART Traveler Enrollment Program (STEP) के जरिए नाम दर्ज करवाने का अनुरोध किया गया है।
जर्मनी ने परमाणु वार्ता शुरू करने का आग्रह किया
जर्मनी के विदेश मंत्री ने ईरान से तुरंत परमाणु वार्ता फिर से शुरू करने की अपील की है। उन्होंने फ्रांस, ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन के सहयोग से यह पहल की है, ताकि पश्चिम एशिया में तनाव को कम किया जा सके।
भारत के साथ खड़ा है इजरायल: इजरायली राजदूत
भारत में इजरायल के राजदूत कोबी शोशानी ने कहा कि “हम जानते हैं कि भारत हमारे साथ है। भारत इस युद्ध में तटस्थ भूमिका निभा रहा है, और हम चाहते हैं कि वह इसी स्थिति में बना रहे।”
क्या यह युद्ध और बड़ा होगा?
ईरान और इजरायल के बीच यह संघर्ष अब एक सीमित टकराव नहीं रहा। अमेरिका की आंशिक भागीदारी, ड्रोन और साइबर हमलों के बाद अब यह एक संभावित अंतरराष्ट्रीय युद्ध का रूप ले सकता है। संयुक्त राष्ट्र की बैठक के नतीजों पर ही अब पूरी दुनिया की नजरें टिकी हैं।