नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) ने अगले कुछ महीनों में होने वाले राज्यों के विधानसभा चुनावों और 2029 के लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए अपने संगठन को फिर से मजबूत करने की रणनीति अपनाई है। इसी कड़ी में पार्टी ने राज्य इकाइयों के नए अध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया तेज कर दी है। पार्टी ने आज यानी सोमवार को 5 राज्यों में नए प्रदेशाध्यक्षों की घोषणा की है और अगले दो दिनों में कुल 9 राज्यों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति पूरी कर ली जाएगी।
आज इन 5 राज्यों में हुआ ऐलान
आज पार्टी ने महाराष्ट्र, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में नए प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की है। ये पांचों राज्य राजनीतिक दृष्टिकोण से बेहद अहम माने जाते हैं। पार्टी यहां संगठनात्मक मजबूती के साथ आने वाले चुनावों की तैयारियों को धार देने की कोशिश कर रही है।
महाराष्ट्र – रविंद्र चव्हाण को मिली जिम्मेदारी
महाराष्ट्र में भाजपा ने रविंद्र चव्हाण को प्रदेशाध्यक्ष बनाया है। वे महाराष्ट्र सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके हैं और संगठनात्मक अनुभव रखते हैं। इससे पहले चंद्रशेखर बावनकुले इस पद पर थे।
रविंद्र चव्हाण को देवेंद्र फडणवीस गुट का करीबी माना जाता है और माना जा रहा है कि इस नियुक्ति के जरिए भाजपा ने संगठन और सरकार के बीच तालमेल को बेहतर करने की कोशिश की है।
हिमाचल प्रदेश – नया चेहरा जल्द
हिमाचल प्रदेश में अब तक राजीव बिंदल प्रदेशाध्यक्ष थे। उन्होंने संगठन को जमीनी स्तर तक मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी, लेकिन अब पार्टी नए नेतृत्व को मौका देना चाहती है। सोमवार को यहां प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए आंतरिक चुनाव हुए और पार्टी सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार तक नया चेहरा घोषित कर दिया जाएगा।
उत्तराखंड – नाम पर सस्पेंस जारी
उत्तराखंड में भी पार्टी ने नया अध्यक्ष चुना है, लेकिन पार्टी ने अब तक आधिकारिक तौर पर नाम का ऐलान नहीं किया है। सूत्रों के मुताबिक, यहां कोई युवा चेहरा सामने आ सकता है, जो 2027 के चुनावी दृष्टिकोण से लंबे समय तक काम कर सके। माना जा रहा है कि यहां संगठन में ज्यादा फोकस जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की भागीदारी बढ़ाने पर रहेगा।
तेलंगाना – रामचंदर राव को जिम्मेदारी
तेलंगाना में जी. रामचंदर राव को प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वे पूर्व में भाजपा के राज्य महासचिव रह चुके हैं और हाईकोर्ट के वकील भी हैं। इस साल हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन उम्मीद से कमजोर रहा था, इसलिए संगठन को फिर से खड़ा करने के लिए अनुभवी नेता को चुना गया है।
रामचंदर राव को राज्य में पार्टी के पुनर्निर्माण की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
आंध्र प्रदेश – ओबीसी चेहरे पर दांव
आंध्र प्रदेश में पार्टी ने एक ओबीसी समुदाय के नेता को अध्यक्ष बनाया है। हालांकि, नाम को लेकर पार्टी ने अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन बताया जा रहा है कि भाजपा यहां सामाजिक समीकरणों को साधने की रणनीति अपना रही है। 2024 के आम चुनाव में यहां पार्टी को अपेक्षित सफलता नहीं मिली थी।
मध्य प्रदेश, यूपी, बंगाल में बदलाव जल्द
बीजेपी के संगठनात्मक पुनर्गठन की अगली कड़ी में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्यों में प्रदेशाध्यक्षों को बदले जाने की तैयारी है। मध्य प्रदेश में भाजपा ने हाल ही में सरकार बनाई है, इसलिए यहां संगठन और सरकार में संतुलन साधने की जरूरत है।
उत्तर प्रदेश और बंगाल जैसे राज्यों में प्रदेशाध्यक्षों की कार्यशैली पर पार्टी में कई बार चर्चा हुई है। ऐसे में अगले 48 घंटों में इन राज्यों में भी बदलाव की घोषणा की जा सकती है।
कौन किस राज्य में?
राज्य | नया प्रदेशाध्यक्ष |
---|---|
महाराष्ट्र | रविंद्र चव्हाण |
तेलंगाना | रामचंदर राव |
हिमाचल प्रदेश | घोषणा जल्द |
उत्तराखंड | नाम अभी सार्वजनिक नहीं |
आंध्र प्रदेश | ओबीसी नेता (नाम जल्द) |
मध्य प्रदेश | जल्द नियुक्ति संभव |
उत्तर प्रदेश | चर्चा जारी |
पश्चिम बंगाल | घोषणा की संभावना |
इन राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे होते ही पार्टी नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की ओर बढ़ेगी। फिलहाल जे.पी. नड्डा पार्टी के अध्यक्ष हैं, जिनका कार्यकाल एक बार पहले बढ़ाया जा चुका है।
सूत्रों के मुताबिक, जब तक 19 राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे नहीं हो जाते, तब तक नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा नहीं की जाएगी। अब चूंकि अधिकतर राज्यों में प्रक्रिया पूरी हो रही है, इसलिए जल्द ही पार्टी नए अध्यक्ष की घोषणा भी कर सकती है।
पार्टी की रणनीति क्या है?
बीजेपी अब 2029 लोकसभा चुनाव की दिशा में संगठन को फिर से मजबूत और ऊर्जा से भरपूर बनाना चाहती है। 2024 में भले ही पार्टी ने केंद्र में सरकार बनाई हो, लेकिन कई राज्यों में प्रदर्शन कमज़ोर रहा है। ऐसे में पार्टी नेतृत्व संगठन को फिर से जमीनी स्तर पर मजबूत करना चाहता है।